बौद्ध धर्म का उद्भव और प्रचार-प्रसार में सम्राट अशोक का योगदान
Abstract
सम्राट अषोक एक ऐसे महापुरूष हैं जिन्हं भारत और विष्व इतिहास में बौद्ध धर्म में अनुयायी और महान प्रचारक का स्थान प्राप्त है। सम्राट अषोक एक महान योद्धा भी था। कलिंग विजय इसका प्रमाण है। उस युद्ध में भयंकर रक्तपात को देखकर अषोक द्रवित हो गया तथा हिंसा और युद्ध नीति का सदा के लिये त्याग कर दिया। युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपना लिया और अपना सारा जीवन बौद्ध धर्म को समर्पित कर दिया। इसी कारण विष्व इतिहास में महान स्थान प्राप्त है। अषोक की बौद्ध धर्म के प्रति अगाध श्रद्धा थी। उसने बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए अनेक कार्य किये जिसके कारण यह धर्म देष-विदेष में लोकप्रिय हो गया।
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