प्राचीन भारत में सेना नामकरण एवं परिभाषा (1500 ई॰ पू॰ से 600 ई॰ पू॰)

बजरंग लाल

Abstract


इस आलेख के माध्यम से शोधार्थी द्वारा प्राचीन भारत में सेना के नामकरण एवं उसके लिए प्रयुक्त अनेक नामों जैसे बल, अनीक, अनीकिनी, गुल्म, गुल्मिन, ध्वजिनी, पताकिनी, वाहिनी, वरुथ, वरुथिपी, पृतना, कटक, चक्र, चमू, चतुरंग, दण्ड आदि पर प्रकाश डाला गया है। लेखक ने 1500 ई.पू. से 600 ई. पू. तक के प्रमाणों का अध्ययन करके आलेख के माध्यम से सटीक ढंग से समझाने का प्रयास किया है जिसमें वह पूर्णतया सफल रहे हैं। प्राचीन भारत में सेना के बारे में संक्षेप में लिखकर ज्यादा समझाना शोधार्थी के गहन अध्ययन का नतीजा है। उनका यह छोटा सा आलेख गागर में सागर के समान है।


Full Text:

PDF




Copyright (c) 2018 Edupedia Publications Pvt Ltd

Creative Commons License
This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-ShareAlike 4.0 International License.

 

All published Articles are Open Access at  https://journals.pen2print.org/index.php/ijr/ 


Paper submission: ijr@pen2print.org