कृषि उपज मण्डियों में उपज का प्रमापीकरण व वर्गीकरण

डॉ. माया अग्रवाल

Abstract


उत्पादन व विपणन में मितवययता व सरलता के लिये यह आवश्यक है कि वस्तुओं को ऐसे पृथक-पृथक समूहों में विभाजित किया जायें जिनमें प्रत्येक वस्तुओं के लक्षण एवं गुणधर्म समान हो। ऐसा करने से सम्पूर्ण विपणन प्रक्रिया आसान व सुविधाजनक हो जाती है। प्रमाप में वस्तुओं की एकरूपता का आभास होता है। प्रमापीकरण के अंतर्गत वस्तु का आकार-प्रकार, रंग, नापतौल आदि का निर्धारण हो जाता है। इस तरह किसी वस्तु के प्रमाप का निश्चय किया जाना प्रमापीकरण कहलाता है।


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