भारत में पंचायती राज का महत्वः एक विश्लेषणात्मक अध्ययन

Mr. हर्षवीर

Abstract


वस्तुतः पंचायती राज भारत में ग्रामीण लोकतंत्र का आधार स्तम्भ है जो लोकतंत्रीय प्रक्रिया में जनसहभागिता को विकसित करके आम जनता में विश्वास और साहस पैदा करती है, लोगों को ग्रामीण विकास की योजना बनाने तथा कमजोर वर्ग को समान सहभागिता का अवसर प्रदान करके लोकतंत्रीय आस्था के मजबूत कड़ी से जोड़ती है। वस्तुतः यह राजनीतिक विकेन्द्रीकरण का एक ऐसा माध्यम है जो शक्ति और सत्ता को निम्न स्तर तक हस्तांतरित करता है। अधिकांश शोध अध्ययनां से स्पष्ट हो चुका है कि गांधी जी ने जिस ग्राम स्वराज्य का स्वप्न संजोया था वह आज साकार रूप ले चुका है। 73वें संविधान संशोधन के लागू होने से पंचायतों को नये अधिकार व शक्तियां मिली हैं और इससे ग्रामीण विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है। प्रस्तुत शोध पत्र में पंचायती राज के महत्व पर प्रकाश डाला गया है।


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