वर्मा जी के शुद्ध ऐतिहासिक उपन्यासों के उद्देश्य और उनका विवेचन

श्रीमती सन्तोष

Abstract


वर्मा जी शुद्ध ऐतिहासिक व सामाजिक उपन्यासां के कारण प्रसिद्ध रहे हैं। ऐतिहासिक उपन्यास का सम्बन्ध बीते हुए किसी काल की घटनाओं, चरित्रों और वातावरण से रहता है। ये सब तत्व समाज विशेष के अंग बनकर आते हैं। इस प्रकार ऐतिहासिक उपन्यास सामाजिक उपन्यास की भाँति मनुष्यों के पारस्परिक सम्बन्धों और उनकी समस्याओं की कहानी है। उपन्यासकार इसमें वर्तमान समाज की समस्याओं को भी कलापूर्वक रखता है। किन्तु ऐतिहासिक उपन्यास का इतिहास उसमें अपेक्षाकृत प्रधान रहता है। ऐतिहासिक उपन्यासकार इतिहास के चौखटे में मानव की शाश्वत समस्याओं और क्रियाओं को ऐसे ढंग से संजोता है कि वे बीते युग की कहानी होकर भी ‘आज’ की चर्चा है। वह वर्तमान समस्याओं की नींव पर इतिहास की अद्भुत, श्रंगार, वीर, रौद्र, वीभत्स और करूण रस की चुभने वाली हृदयस्पर्शी कहानियों की दीवारें उठाता है और उन पर टिकाऊ कल्पना की छतें पाटकर सुन्दर भवन खड़ा कर देता है। ऐतिहासिक घटनाओं की प्रमाणिकता में पाठक को विश्वास होता है और यही वर्मा के ऐतिहासिक उपन्यासों

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