सदरुदीन मेवाती : एक ऐतिहासिक अध्ययन
Abstract
प्रस्तुत शोध लेख में 1857 के विद्रोह में हयिणा के मेवात क्षेत्रा से मेवों के योगदान को दर्शाया गया है और विद्रोह के समय मेवों के जन नेता सदरुदीन मेवाती के नेतृत्व का विस्तार से वर्णन किया गया है। 1857 के विद्रोह को अधिकांश भारत के महत्वकांक्षी शासकों का नेतृत्व प्राप्त हुआ। उस समय हरियाणा के मेवात क्षेत्रा में यह विद्रोह एक जन विद्रोह के रूप में उभर कर सामने आया और मेवों ने अंग्रेजों के सामने एक कड़ी चुनौती पेश की क्योंकि विद्रोह के समय मेवों का नेतृत्व किसी राजा या महाराजा ने नहीं किया बल्कि आम जनता में से ही मेवों के कस्बों से नेता उभर कर सामने आये, जिन में सदरुदीन मेवाती के नेतृत्व का मेवात के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान हे क्योंकि इन्होने संगठित होकर अंग्रेजों को अपने देश से निकालने के लिए कड़ी लड़ाई लड़ी। प्रस्तुत शोध लेख मेवात में विद्रोह इन्ही के योगदान से सम्बधित है।
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