सिन्धु घाटी की सभ्यता- एक ऐतिहासिक विश्लेषण

Rajiv Maan

Abstract


सिन्धु घाटी की सभ्यता भारत की ऐसी प्रथम ज्ञात सभ्यता है जिसके बारे में कुछ निश्चित जानकारी अवश्य मिलती है। इसके प्रमाण 1922-23 में भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा श्री राखलदास बैनर्जी की अध्यक्षता में करवाई गई खुदाई से प्राप्त हुए हैं। सिंध के लरकाना जिले में मोहनजोदड़ो नामक नगर तथा पंजाब के मांटगोमरी जिले में दयाराम साहनी के नेतृत्व में करवाई गई खुदाई से हड़प्पा नगर के अवशेष प्राप्त हुए हैं, जिनसे पता चलता है कि ये दोनों नगर एक ही सभ्यता से सम्बन्धित हैं। जैसे-जैसे खुदाई का कार्य आगे बढाया गया तो इस सभ्यता के विस्तृत क्षेत्र का पता चला तथा इसे इराक की सभ्यताओं के समकालीन माना गया। चूंकि इस सभ्यता के अवशेष सबसे पहले सिन्धु नदी की घाटी में प्राप्त हुए हैं, इसलिए इसे सिन्धु घाटी की सभ्यता कहा जाता है। प्रस्तुत शोध पत्र में द्वितीयक आंकड़ों के आधार पर इस सभ्यता का ऐतिहासिक विश्लेषण किया गया है।


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