महिला सशक्तिकरण में शिक्षा एवं कौशल विकास की भूमिका

मो. फैसल ईसा

Abstract


मैं एक समुदाय की प्रगति का पैमाना महिलाओं द्वारा हसिल की गई प्रगति को मानता हूँ- डॉ0 भीम राव अम्बेडकर। बाबा साहब का यह विचार महिलाओं के विषय में बिल्कुल सही है। साधारण शब्दों में महिलाओं के सशक्तिकरण का अर्थ है कि महिलाओं को अपनी जिंदगी के फैसले करने की स्वतन्त्रता देना या उनमें ऐसी क्षमताऐं उत्पन्न करना जिससे कि वे समाज में अपना सही स्थान हासिल कर सकें। यह कार्य शिक्षा द्वारा ही सम्भव है, शिक्षा के ही माध्यम से महिलायें अपने अधिकारों को जान पायेंगी, निर्णय ले सकेंगी एवं उचित तर्कपूर्ण चिंतन कर सकेंगी । प्राचीन काल में महिलाओं की शिक्षा चिंताजनक थी, किन्तु वर्तमान समय में महिलाओं के अन्दर शिक्षा प्राप्त करने की ललक बढी है जो कि उत्साहजनक है। प्रस्तुत शोध पत्र में महिलाओं की शिक्षा के विभिन्न स्तरों पर स्थिति एवं महिला सशक्तिकरण में शिक्षा एवं कौशल विकास पर प्रकाश डाला गया है।


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