भारत-चीन के मध्य विवादित मुद्दे
Abstract
भारत-चीन दोनों पड़ोसी राज्य है। दोनों विश्व के दो बड़े विकासशील देश हैं। दोनों देशों की विश्व राजनीति में अहम् भूमिका है। भारत व चीन विश्व की जनसंख्सा के एक तिहाई भाग का प्रतिनिधित्व करते हैं। चीन एक विशाल क्षेत्रफल वाला देश है। इसका क्षेत्रफल विश्व में पांचवा तथा आर्थिक व सामरिक दृष्टि से चीन दूसरी बड़ी शक्ति है। एशिया में चीन की एक विशेष अहमियत है। एशिया का दूसरा बड़ा देश भारत है। यह विश्व में क्षेत्रफल की दृष्टि से सातवां तथा क्रय शक्ति समतुल्यता की दृष्टि से तीसरी बड़ी शक्ति है। दोनों शक्तियों की सीमाऐं आपस में लम्बी दूरी तक लगती हैं। इन दोनों महाशक्तियों के बीच सीमा विवाद पाक अधिकृत कश्मीर विवाद, नदी बांध विवाद परस्पर शत्रुता का मूल कारण रहे है। भारत व चीन के बीच की सीमाऐं हिमालय के दुर्गम इलाकों तक फैली है। वास्तव में उनके बीच सीमा कहाँ है, यह विवाद का विषय है। सन् 1962ई0 में यह विवाद युद्ध का कारण भी बना लेकिन कोई हल नहीं निकला। चीन विवादित क्षेत्रों पर अपना दावा करता है, जिससे दोनों देशों में तनाव पैदा होता रहता है। अप्रैल 2013 में चीनी सेना ने भारतीय हिस्से में अपने तंबू गाड़ दिये थे। हालांकि उस घटना को शांतिपूर्वक सुलझा लिया गया और चीनी सेनाऐं वहां से हट गई लेकिन यह घटना एक चेतावनी के रूप में थी। इससे पता चलता है कि मुद्दे की चिन्गारी कभी भी आग का रूप ले सकती है। अभी भी सीमा पर मौजूद कुछ इलाकों को लेकर विवाद है जो कभी कभी तनाव की वजह बनता है। हाल ही के दिनों अगस्त 2017 में भी भारत और चीन के बीच डोकलाम क्षेत्र को लेकर विवाद शुरू हुआ।
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